RAKHI Saroj

Add To collaction

लेखनी प्रतियोगिता -10-Feb-2024

तेरा रूप 


तेरी रूह में उतर जाने दें
तेरा रूप कुछ इस तरह मुझे
तुझमें समाने दें
तेरा रूप मेरे अक्स को बदलकर
तेरे इश्क में मुझे खो जाने दें
तेरा रूप तेरी तस्वीर मेरी 
निगाहों से मेरे दिल में बना डालें 
तेरा रूप मेरा खुदा बन जाएं 
इश्क मुझे बांध तेरी चौखट का 
भिखारी बना मुझे दर्द से बांध जाएं
कहती है मेरी अखियां डरती है 
तेरे रुप के उजाले से 
शायद वह भी डरती है
खुदा की बनाई तस्वीर से। 
       राखी सरोज 

   15
4 Comments

Shnaya

18-Feb-2024 09:09 AM

Nice one

Reply

Mohammed urooj khan

13-Feb-2024 11:40 AM

Q👌🏾👌🏾👌🏾

Reply

नंदिता राय

12-Feb-2024 06:20 PM

Nice

Reply